मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले की सेंट्रल जेल में उस समय सनसनी फैल गयी.... जब एक अंडर ट्राइल कैदी का शव पेड़ से लटका मिला है। मामला इसलिए भी सुर्खियों मे है, क्योंकि ये कैदी समान्य नही है... बल्कि बहुचर्चित रेप का आरोपी है। जिस पर नाबालिग का अपहरण कर रेप का आरोप है.. उसे तीन दिन पहले ही सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। वहीं कैदी के परिजन जेल प्रशासन पर सजिश का आऱोप लगा रहे है... तो आनन-फानन में तीन जेल प्रहरियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
ग्वालियर जिले की सेंट्रल जेल में पॉक्सो एक्ट के आरोपी ने तौलिया की रस्सी बनाकर फांसी लगा ली। 3 दिन पहले ही युवक को बालिग होने पर बाल सुधार गृह से सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। युवक का नाम नरोत्तम रावत है और वह ग्वालियर जिले के ईटमा गांव का रहने वाला है। वहीं युवक के परिजन ने जेल प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं। बताया जा रहा है कि कैदी ने 9 नंबर बैरक के पीछे पीपल के पेड़ पर फांसी लगाई है। उस पर करहिया थाना क्षेत्र में नाबालिग लड़की को अपहरण भगाने का आरोप था।
नाबालिग से रेप करने के मामले में कैदी नरोत्तम रावत की पर जेल प्रशासन का कहना है कि 23 जनवरी को कोर्ट के जरिए बंदी नरोत्तम को ग्वालियर केंद्रीय जेल लाया गया था। बीती शाम साढ़े सात बजे नरोत्तम की लाश परिसर स्थित पेड पर लटकी मिली है। लेकिन जेल में इतनी बड़ी घटना होने के मामले में लापरवाही बरतने वाले एक मुख्य प्रहरी और दो प्रहरियों को निलंबित किया गया है। मामले की विभागीय जांच भी की जा रही है।
सेंट्रल जेल में कैदी नरोत्तम रावत की मौत के मामले में बहोड़ापुर पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है.... तो वहीं जिला प्रशासन ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश कर दिए है। साथ ही अब सबकी निगाहे नरेंद्र की पीएम रिपोर्ट पर टिकी हुई है... कि उसमे क्या निकलकर समाने आता है। वहीं पुलिस ने जेल प्रशासन से सीसीटीवी फुटेज भी तलब किए है। जिससे नरेंद्र की मौत का स्पष्ट कारण पता लग सकें।