ग्वालियर शहर में डीजल टेंपो नहीं चलेगे, ई रिक्शा के रजिस्ट्रेशन भी होंगे बंद  

ग्वालियर-  प्रदूषण और ट्रैफिक से परेशान ग्वालियर शहर में अब डीजल टेंपो नहीं चलेंगे .सड़क सुरक्षा समिति ने यह प्रस्ताव पास कर दिया गया है , शहर में अब ई रिक्शा के रजिस्ट्रेशन पर भी बंद रहेंगे. 


पिछले कई सालों से लगातार वायु प्रदूषण से जूझ रहे ग्वालियर शहर में 1 अप्रैल से डीजल टेंपो नहीं चलेंगे. इससे पहले ऐसे टेंपो 31 दिसंबर 2019 तक शहर से बाहर करने का निर्णय लिया गया था लेकिन सांसद विवेक शेजवलकर के दखल के बाद टेंपो को मोहलत दे दी गई थी।


परिवहन विभाग में 125 डीजल चलित टेंपो रजिस्टर्ड है जबकि बिना परमिट के 500 से ज्यादा डीजल टेंपो शहर में अंधाधुंध दौड़ रहे हैं और वायु प्रदूषण कर रहे हैं. इस बार टैंपो बाहर करने की तारीख निश्चित कर दी गई है. संयुक्त परिवहन आयुक्त एमपी सिंह ने निर्देश जारी कर कहा है कि जिन रजिस्ट्रेशन को 10 साल हो जाएंगे उन्हें 1 जनवरी 2020 के बाद नवीन परमिट जारी नहीं किया जाएगा।  


डीजल और सीएनजी टेंपो के स्थान पर रिप्लेस नहीं किया जाएगा. शहर में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाने की योजना बनाई जा रही है जिसमें सीएनजी की बसें अभी स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की तरफ से चलाई भी जा रही है . धीरे-धीरे टेंपो को बाहर किया जाएगा इसके साथ ही पैसेंजर ऑटो की संख्या 10 हज़ार हो गई है जिसकी वजह से ऑटो की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.


नई डीजल लोडिंग टेंपो और ऑटो के रजिस्ट्रेशन 31 मार्च तक होंगे. इसके बाद एक अप्रैल से सीएनजी और बैटरी चलित लोडिंग टेंपो और ऑटो वाहन के रजिस्ट्रेशन होंगे. शहर में लोडिंग ऑटो और टेंपो की संख्या लगभग 2,000 है. टेंपो के विकल्प के तौर पर ई-रिक्शा का चलन ज्यादा बढ़ा लेकिन शहर में 1700 सौ से ज्यादा ई रिक्शा हो गए हैं ऐसे में अब ट्रैफिक समस्या बढ़ने लगी है इसे देखते हुए नए ई रिक्शा के रजिस्ट्रेशन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.